संसार में मनुष्य को कितना भी धन प्राप्त हो जाए परंतु मनुष्य अपना लोभ नहीं छोड़ता वो और ज्यादा लोभी बन जाता है और अपने आस पास के प्राणी को हानि पहुंचाता है परंतु वह यह जानता है की एक समय ऐसा आएगा जिस दिन मेरा अंत होगा और उस दिन सब कुछ धन दौलत गाड़ी घर परिवार सब छोड़ अकेले जाना पड़ेगा हम संसार में नंगे आए थे और नंगे ही जाएंगे यह संसार का वास्तविक सत्य है जो व्यक्ति वास्तविकता के साथ चलता है वह सदैव सुखी रहता है और उसे जितना प्राप्त होता है वह उतने में संतुष्ट रहता है