उसकी भी नयन मिले मेरे से
मेरी भी नयन मिले उसी से
ये बर्दास्त न हुवा जले लोग इसी से
बाद में सादी उसकी करा दिए किसी से
फिर क्या था.......!
उसके भी भीगे नयन मेरे भी भीगे नयन
न मिला मुझे चयन न मिला उसे चयन
ऐसी हाल में भी.......!
न वह कुछ कर सकी न मैं कुछ कर सका
न वह मर सकी न मैं मर सका न मैं मर सका.......
----नेत्र प्रसाद गौतम