कुछ दिनों से कुछ लोग दिखाई दे रहे हैं...।सब खैरियत तो है हमें सुनाई नहीं दे रहे हैं...।।
कुछ हो गया है या होने वाला है.....।
पहला कमेंट अब नज़र नहीं दे रहे हैं.....।।
वैसे तो सब ठीक ठाक है हमारे तरफ....।
मसला ये है कि अब वो कोट्स डाल नहीं रहे हैं...।।
हर शायरी ग़ज़लों को पढ़कर सराहना देने वाला...।
आजकल लिखंतु पर न जाने क्यों दस्तक नहीं दे रहे हैं...।।
- सुप्रिया साहू