लहरों पर सवार
शिवानी जैन एडवोकेट byss
जीवन की लहरों पर, हमें तैरना है,
हर चुनौती को, पार करना है।
कभी ऊँची उठेंगी, कभी नीचे गिरेंगी,
हमारी हिम्मत मगर, ना कभी ढीली पड़ेगी।
शांत जल में तो, हर कोई चलता है,
तूफ़ानों में ही तो, योद्धा संभलता है।
जब किनारे दूर हों, और न हो कोई आस,
तब अपने अंदर ही, है शक्ति का वास।
ना घबराना कभी, लहरों के शोर से,
अपनी मंज़िल को पा, अपने ही ज़ोर से।
पतवार थामे रखना, विश्वास की डोर से,
बढ़ते जाना बस, अपने ही ज़ोर से।
हर लहर सिखाएगी, संतुलन का ज्ञान,
हर चुनौती देगी, तुझे नया स्वाभिमान।
तू डूबने से पहले, उठना सीख जाएगा,
जब हर लहर को तू, पार कर पाएगा।
ये जीवन की लहरें, तुझे आज़माएँगी,
तेरी हिम्मत की गाथा, ये ही सुनाएँगी।
तू लहरों पर सवार, बन जा निर्भय,
जीत तेरी होगी, ना होगा कोई भय।