कापीराइट गजल
किस को रूला दिया
अपनी गफलत से हमने ये किस को रूला दिया
न जाने उन को यह कैसा, गम का सिला दिया
हम ये सच जान कर भी क्यूं अन्जान बन गए
कैसे अन्जाने में हमने, क्यूं उन को रूला दिया
काश सुन पाते हम भी, बात ये उनके दिल की
तीर, कैसा ये हमने, उनके दिल पर चला दिया
क्यूं ऐसा किया हमने कैसी बदनसीबी है हमारी
क्यूं इन फूल सी आंखों से, ये आंसू गिरा दिया
यह पश्चाताप के आँसू नहीं किसी काम के मेरे
तोङा, किसी का दिल, अरे हमने ये क्या किया
क्या हमारी खता को कभी माफ कर पाएंगे वो
ना जाने क्यूं दोषी खुद को, हम ने बना लिया
इस खता के लिए हम को, माफ कर दे यादव
तेरी, यादों की कसक ने, यूं हमको रूला दिया
- लेखराम यादव
( मौलिक रचना )
सर्वाधिकार अधीन है


The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra
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