ख़ुशी ख़ुशी हर वो काम करो,
जो अच्छा हो l
भूल से भी वो काम करो ना,
जो न अच्छा हो l
अच्छा ही वो काम रे साथी,
जिससे होता अच्छा हो l
अच्छा करो,अच्छा कराओ,
हो अच्छाई से हरदम नाता l
अच्छा ही करते रहो सब,
जब अच्छा ही मन भाता |
ठानें अच्छे जो काम,
वो कर ही डालो
काम बाद ही हो आराम,
आलस दफ़न कर डालो |
अच्छे कर्म की करो कमाई,
बूरे कर्मों की कर दो विदाई l
अच्छा करने से ही साथियों,
होता अच्छा फिल l
तो क्यों न ?अच्छा ही करके,
जीत लें प्रभु का दिल |
- अमित सोलंकी