Newसभी पाठकों एवं रचनाकारों से विनम्र निवेदन है कि बागी बानी यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करते हुए
उनके बेबाक एवं शानदार गानों को अवश्य सुनें - आपको पसंद आएं तो लाइक,शेयर एवं कमेंट करें Channel Link यहाँ है

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.



The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

Newसभी पाठकों एवं रचनाकारों से विनम्र निवेदन है कि बागी बानी यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करते हुए
उनके बेबाक एवं शानदार गानों को अवश्य सुनें - आपको पसंद आएं तो लाइक,शेयर एवं कमेंट करें Channel Link यहाँ है

The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

The novel 'Nevla' (The Mongoose), written by Vedvyas Mishra, presents a fierce character—Mangus Mama (Uncle Mongoose)—to highlight that the root cause of crime lies in the lack of willpower to properly uphold moral, judicial, and political systems...The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

                    

गजल - ख्वाहिश किसी की

कापीराइट गजल

होती नहीं हैं पूरी यह ख्वाहिशें किसी की
खिलते नहीं कमल ख्वाहिश पे किसी की

लहरों की तरह उठती हैं ख्वाहिशें अनेक
साहिल पे डूबती हैं ख्वाहिश किसी की

मचले हैं जब अरमान इस दिल में कभी
निकला है यह दम ख्वाहिश पे किसी की

मिलती है कहां मंजिल हर ख्वाहिश को यहां
मर जाती है जब यह ख्वाहिश किसी की

कहां मिलता है सुकून हर किसी को यहां
अगर होती है अधूरी ख्वाहिश किसी की

अधूरे हैं सब ख्वाब ये ख्वाहिश के बिना
रहती है खोई खोई ये ख्वाहिश किसी की

हर ख्वाहिश अगर सब की हो जाए पूरी
खिल उठेगी यादव यह जिन्दगी उसी की

- लेखराम यादव
( मौलिक रचना )


यह रचना, रचनाकार के
सर्वाधिकार अधीन है


समीक्षा छोड़ने के लिए कृपया पहले रजिस्टर या लॉगिन करें

रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (5)

+

सुभाष कुमार यादव said

सुंदर अभिव्यक्ति। 👌🙏

Lekhram Yadav replied

आपका बहुत-बहुत धन्यवाद सुभाष जी, आपको सुप्रभात सहित सादर नमस्कार।

वन्दना सूद said

सुन्दर भाव से ओत प्रोत रचना 👌👌

Lekhram Yadav replied

आदरणीय वन्दना जी आपको धन्यवाद सहित सादर नमस्कार।

श्रेयसी said

हजारों ख्वाहिशें ऐसी कि हर ख्वाहिश पे दम निकले...... क्या बात है बहुत सुंदर। सादर प्रणाम 🙏🙏

Lekhram Yadav replied

गालिब की गजल सुना रही हो बहना, बहुत खूब, आपका धन्यवाद सहित हार्दिक आभार।

श्रेयसी said

ज़ी इतनी ख्वाहिशें पढ़ने के बाद ग़ालिब जी को याद न करूंँ तो मेरी ज़मीर की तौहीन होगी।

Lekhram Yadav replied

ऐसा है क्या

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

Bahut khoobsoorat ghazal Adarneey Yadav sir ji, saadar pranam...khwahishon ka silsila kabhi khtam nahi hota...rahti hai koyi ghazal adhuri kisi ki..., par aapki ghazal hamesha ek utsaah bhar deti hain...aapki har ghazal isi tarah paripurn rahe aisi hi prarthna hai..

Lekhram Yadav replied

आपका बहुत बहुत धन्यवाद सर

कविताएं - शायरी - ग़ज़ल श्रेणी में अन्य रचनाऐं




लिखन्तु डॉट कॉम देगा आपको और आपकी रचनाओं को एक नया मुकाम - आप कविता, ग़ज़ल, शायरी, श्लोक, संस्कृत गीत, वास्तविक कहानियां, काल्पनिक कहानियां, कॉमिक्स, हाइकू कविता इत्यादि को हिंदी, संस्कृत, बांग्ला, उर्दू, इंग्लिश, सिंधी या अन्य किसी भाषा में भी likhantuofficial@gmail.com पर भेज सकते हैं।


लिखते रहिये, पढ़ते रहिये - लिखन्तु डॉट कॉम


© 2017 - 2025 लिखन्तु डॉट कॉम
Designed, Developed, Maintained & Powered By HTTPS://LETSWRITE.IN
Verified by:
Verified by Scam Adviser
   
Support Our Investors ABOUT US Feedback & Business रचना भेजें रजिस्टर लॉगिन