कविता - तुम याद आती....
जब खाना खाता
तुम याद आती
जब नहाने जाता
तुम याद आती
जब इधर जाता
तुम याद आती
जब उधर जाता
तुम याद आती
जब सब्जी बनाता
तुम याद आती
जब रोटी पकाता
तुम याद आती
जब बिस्तर पर सोता
तुम याद आती
जब करबटें बदलता
तुम याद आती
जब सपने देखता
तुम ही को पाता
जब बिस्तर से उठता
तुम को नहीं देखता
फिर क्या करता ?
बहुत दुखी होता
तुम्हें याद कर कर
सुबक सुबक रोता
तुम्हें याद कर कर
सुबक सुबक रोता.......