कविता : स्वस्थ रहो....
दिन में बेशक भर पेट
खाओ कोई बात नहीं
शरीर के लिए भी
ऐसी कोई घात नहीं
अगर रात को देर से
भर पेट खाओगे तो
उसी बखत बिस्तर पर
सोने को जाओगे तो
जरुर एक दिन
मोटे हो जाओगे
रोगी हो कर चल फिर
भी नहीं पाओगे
तसर्थ रात को जल्दी खाओ
ठूंस ठूंस कर मत खाओ
थोड़ा सा टहलो ढाई तीन
घंटे बाद ही सोने को जाओ
इस से शरीर
रहेगा स्वस्थ
खुद भी रहोगे
जवां और मस्त
खुद भी रहोगे
जवां और मस्त.......