( कविता ) ( काम )
अपना रोशन
नाम करो
देश के लिए कुछ
काम करो
ये सब को
एहसास हो
देश का अपना
विकाश हो
सिर्फ खाना पीना सोना
ये तो बहुत हराम है
यहां वहां जहां भी
होता सब से बड़ा काम है
भीतर मन में
दृण शंकल्प लिया करो
काम जैसा भी हो
ढंग से जरा किया करो
ताकि हर कोई
फरियाद करे
आने वाली पीढ़ी भी
भविष्य में याद करे
आने वाली पीढ़ी भी
भविष्य में याद करे.......