पापियों का सर्वनाश
डॉ एच सी विपिन कुमार जैन
हे! श्री कृष्ण
सुनो आज!
हमारी गुहार,
फैला रहे हैं,
ये पापी भ्रष्टाचार।
दुष्ट ,भ्रष्टाचारियों का,
संहार दो।
हाथ अपने फिर सुदर्शन धर लो।
अंकी, इंकी, डंकी लाल।
नाम अलग अलग धरके।
लूट रहे हैं, देश को,
धिक्कार है, इनपे।
कस्में खा खा कर,
झूठ बोलता है।
देकर तुमको धोखा,
अपनी स्वार्थ सिद्धि करता है।
सुदर्शन चक्र चलाना अब जरूरी है।
इन गद्दारों का सर्वनाश जरूरी है।