(कविता) (अगर ये हाेता....)
विद्यालय जा कर हर काेई पढ़ता
पढ़ने के बाद कापी में लिखता
कठाेर से कठाेर परिश्रम करता
दिमाग में अपने ज्ञान-बुद्धि भरता
अगर ये हाेता अच्छा ही हाेता
हर किसी में हाेता उच्च विचार
किसी में न रहता दुराचार
करता सही हर काेई ब्यभार
किसी काे भी नहीं पड़ता यहाँ मार
अगर ये हाेता अच्छा ही हाेता
न बारुद -गाेला न बंदूक बनता
हाेते खुश कितने अाम-लाेग जनता
किसी के पास न हाथ- हथियार
न झगड़ा हाेता न काट-मार
अगर ये हाेता अच्छा ही हाेता
पराेपकारी इंसान हाेता
ये संसार में सभी समान हाेता
न छाेटा-बड़ा न अमीर-गरीब
न काेई पराया सब हाेते करिब
अगर ये हाेता अच्छा ही हाेता
अादमी का अादमी से प्यार
रहे अगर हमेशा बरकरार
अाराम से बैठता चैन से साेता
हर इंसान हंसता काेई न राेता
अगर ये हाेता अच्छा ही हाेता
अगर ये हाेता अच्छा ही हाेता.....

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




