ज़ायक़ा ज़िन्दगी का
खट्टा है मीठा है
तीखा है फीका है
नटखट है शरारती है
बदमाश है समझदार भी है
कभी खुशी है और कभी ग़म है
चख कर देखो कभी
ये जिंदगी का जायका है
खूबसूरत है लाजवाब है
हकीकत है सपना है
सच्चाई है धोखाधड़ी है
अच्छाई है और बुराई भी है
चख कर देखो कभी
ये जिंदगी का जायका
- सुप्रिया साहू