जीते हैं..वजह तुम हो,
पीते हैं..वजह तुम हो !!
लिखते हैं..वजह तुम हो,
हँसते हैं..वजह तुम हो !!
वजहें तो ज़रूरी हैं,
दिल धड़कने के लिए यारो !!
इक डोरी है जो नाव बँधी,
रूकने की वजह तुम हो !!
इस दुनिया में जीने की,
वजहें बनाये रखिये !!
खुमारी उतारने की..,
इक और वजह तुम हो !!
है रूह से या.. ज़िस्म से,
कुछ भी ख़बर नहीं !!
मैं हो चुका लबालब,
डूबने की वजह तुम हो !!
सर्वाधिकार अधीन है