हैं वे भाव के भूखे
प्यार से चढ़ा दो उनको
कुछ भी हो रूखे सूखे।
वह औघरदानी महाबलिदानी
त्याग के मूर्ति इक्षापूर्ति ।
परम मनोहर।
भारत के धरोहर।
वह विघ्नहर्ता।
सुखों का कर्ता ।
सबमें जीवन भर्ता ।
हैं वो सनातन के शान।
हम सब जीवों की जान।
जय जय भोले नाथ...
जय जय भोले नाथ ....
हैं वो अनाथों के नाथ।
हैं वो अत्र तत्र सर्वत्र विराजमान।
वो हैं हम सबकी पहचान
जिनको मानता भी है विज्ञान...
जय जय भोले नाथ...
जय जय भोले नाथ...