दोस्ती में हाथ सिर्फ हमने नहीं तुमने भी बढ़ाया था
तुम्हें और दोस्त मिल गए तो इसमें हमारी ख़ता नहीं
वैसे बनाए हमने भी नए दोस्त बहुत हैं
पर पुरानों को भूल कर नया याराना निभाएँ
ऐसा हमारा दिल नहीं
शायद दोस्ती एक तरफी ही थी
जो वक्त के साथ चल न सकी ..
वन्दना सूद