पथ विचलन नहीं।
बड़े हादसों में जीवन छोटा नज़र आता है,
जिंदगी का यही स्वरूप है,
पहचान वही अस्तित्व वही,
और हर परिस्थिति में अपना,
अहं छोड़,
उस हालात में जीने लगता है,
ये वही क्वांटम है जिसका इलेक्ट्रॉन,
विनम्र हैं विवेकी है,
इसका पर विचलन नहीं,
तब मनुष्य को यही करना है,
सत्य और समय का सम्मान,
और वर्तमान के ज्ञान को अपने कार्यों का,
आधार बनाना।
- ललित दाधीच।

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



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