दीपक जला गया हे कोई दिल के आशियानों में
की जीसकी खुशबू फेली हे आसमानो में
मैने तो अभी पहेला किस्सा ही सुनाया हे
तुम उसे गीन नहीं पाओंगे हे कई फ़सानो में
मुजसे मिलनेवाला मुक्कमल ही इश्क़ करता हे
मुजे महसूस हो रहा हे उनकी निगाहों में
आग इस तरह उठी हे दोस्तों हमारे दिल से
की जीसकी आंच पहोच रही हे आसमानो में
किया था याद जाते वक़्त इस तरह उसने
अभी तक गूंज रही हे हमारे अरमानो में
के बी सोपारीवाला

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




