कोरे पन्नों की किताब में, छुपी एक अनकही कहानी है,
शब्दों की जगह, भावनाओं का संगीत बहुत सुनहरा है।
हर कदम पर छूटती है वो अज्ञात सी बातें,
जैसे हवा में बसी खुशबू से, बरसातों का इंतजार करती है।
प्रत्येक पन्ने की बात, एक राज है खुदाई का,
जैसे सितारों की महक, रात को चुपचाप सुनाई देती है।
कोरे पन्नों में बसी हैं वो ख्वाहिशें,
जो दिल से छू जाएं, जैसे सपनों की राहों में हैं।
अलग-अलग रंगों से सजीव होती हैं ये पंक्तियाँ,
जैसे प्रकृति की चादर में फूलों का मिलन है।
हर शब्द की मिठास, हर पंक्ति की कहानी,
यहाँ कोरे पन्नों की किताब में, है जीवन की सारी जुबानी।
अब हर लफज़ को खोल, सुना दे इस किताब की बातें,
जैसे सूरज की किरणों से, खिलता है सब कुछ साफ रातें।
कहानी है ये अनगिनत, छुपी हुई रूहों की,
जैसे सागर में छुपा, हर एक खज़ाना गहराईयों की।
कोरे पन्नों की किताब में बसी रहे सच्चाई,
जैसे चाँदनी रातों में, होती है चुपके से मुलाकातें।
इस पुस्तक का हर पन्ना, है एक सफल सफर का आइना,
जैसे खोजते हैं हम खुद को, खुदा की मुलाकातों में।
कोरे पन्नों की किताब, है जीवन की एक राह,
जिसमें छुपी है हर मुश्किल का हल, हर सवाल का जवाब।
इस कहानी के पन्नों में, बसी है यही बातें,
जैसे सपनों के जहाज़ में, बदलती हैं राहें।
कोरे पन्नों की किताब, है एक नया सफर,
जिसमें है रौंगतें नई, जैसे खुदा का प्यार।
इस किताब की क़ीमत, है अनगिनत सपनों की,
जैसे खुदा का हौसला, हर मुश्किल से जूझने की।
कोरे पन्नों की किताब, है एक रहस्यमय कहानी,
जो खुदा के हाथों में, है लिखी हर पल की मुस्कानी।
इस पुस्तक की महक, है जैसे फूलों का खिलना,
कोरे पन्नों की किताब में, है सच्चे जीवन का मिलना।
-अशोक कुमार पचौरी