इश्क़ जबसे हुई,
सनम तुमसे !!
और कुछ याद ,
ही नहीं तबसे !!
क्या करें कुछ,
समझ नहीं आता !!
इश्क़ जबसे हुई,
सनम तुमसे !!
रात गुजरी है,
बड़ी मुश्किल से !!
दिन भी गुजरेगा,
याद करके तुझे !!
हाल पागल सी,
हो गई है मेरी !!
इश्क़ जबसे हुई,
सनम तुमसे !!
----वेदव्यास मिश्र
सर्वाधिकार अधीन है

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




