मैं तेरी नजर का मारा हूँ
जिस राह कहा
उस राह चला
जान जिगर सब हारा हूँ
कहकर तो देखो
यार भला
मैं तेरी नजर का मारा हूँ
जिस राह कहा
उस राह चला
ना जाने कैसे आहत हैं
मुझे तेरे प्यार की चाहत है
मैं तेरे प्यार का प्यासा हूँ
जिस मोड़ मुड़े उस मोड़ मुड़ा
मैं तेरी नजर का मारा हूँ
जिस राह कहा
उस राह चला
नैनों में नींद
लिए हूँ जगा
दिल में हूँ प्यार लिए मैं खड़ा
जब जब तूने मेरा नाम लिया
तब तब था मैं तेरे पास खड़ा
जब जब तूने जो नाम दिया
तब तब मैंने वो नाम लिया
चलना रुकना तेरी बातों पर
तुमने जो कहा मैंने वो किया
मैं तेरी नजर का मारा हूँ
जिस राह कहा
उस राह चला
जान जिगर सब हारा हूँ
कहकर तो देखो
यार भला
मैं तेरी नजर का मारा हूँ
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The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



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