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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

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The novel 'Nevla' (The Mongoose), written by Vedvyas Mishra, presents a fierce character—Mangus Mama (Uncle Mongoose)—to highlight that the root cause of crime lies in the lack of willpower to properly uphold moral, judicial, and political systems...The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

                    

इक़बाल सिंह “राशा” की कविता “सब कुछ उसकी मर्ज़ी है”

मैंने
ना उसे माँगा —
ना दुआ में, ना ख्वाब में,
सिर्फ़
उसके होने की आहट को
अपने वजूद में गूँजने दिया।

मैंने
हर शून्य को
उसकी मौन आँखों से भरने की कोशिश की,
पर वो —
हर बार ख़ुदा बनकर सामने आया,
और फिर
धुंध की तरह ग़ायब हो गया।

मैंने
कभी उसे “प्रेम” नहीं कहा,
पर वो हर बार
मेरे इन्कार से निकलकर
मेरी कविता में उतर आया।

अब ना मैं सवाल करता हूँ,
ना इंतज़ार करता हूँ —
बस
एक खाली दीवार की तरह
हर शाम उसका नाम ओढ़कर
बैठ जाता हूँ।

वो जब चाहे
मेरे लफ़्ज़ों में उतर आता है,
जब चाहे
मेरी सांसों को उड़ा देता है —

और मैं?
मैं अब जान गया हूँ,
कि इश्क़ में
इश्क़ से भी ऊपर होती है
“उसकी मर्ज़ी।”

-इक़बाल सिंह “राशा”
मनिफिट, जमशेदपुर, झारखण्ड




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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (4)

+

शिल्पी चड्ढा said

वाह! बेहद खूबसूरत, सब कुछ उसकी मर्जी है |

मनोज कुमार सोनवानी "समदिल" said

एकदम सच्ची बात।👌🌹🙏

मनोज कुमार सोनवानी "समदिल" said

वो मन से निकली पवित्र तरंगों को सुन लेता है

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

क्या कहूं...
ये इश्क़ को समर्पण की आखिरी सीमा तक समझने वाली कविता है।
हर पंक्ति जैसे ख़ामोशी से मोहब्बत की तस्वीर खींच रही है —
इश्क़ को परिभाषित नहीं, बस महसूस किया जा सकता है… बिल्कुल इसी तरह।

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