इंसान वही अच्छा लगता है,
जो हमेशा मुस्कुराता रहता है।
ज़िंदगी में हो चाहे कितने ही गम,
पर चेहरे पे कभी उदासी नहीं लाता है।
इंसान वही अच्छा लगता है🖋
इंसान वही अच्छा लगता है,
जो कभी अपनी आंखों में आंसु नहीं आने देता है।
आ जाए ज़िंदगी में भले ही दुःखों के
कितने ही सैलाब,
पर आंखों को कभी नम नहीं होने देता है।
इंसान वही अच्छा लगता है🖋
इंसान वही अच्छा लगता है,
जो हो चाहे कितनी ही मुसीबतों में
पर हमेशा खिला - खिला रहता है।
चाहे मारे ये ज़माना कितना ही ताना,
पर जो हमेशा बिंदास रहता है।
इंसान वही अच्छा लगता है 🖋
इंसान वही अच्छा लगता है,
जो सबसे घुल मिल कर रहता है।
आ जाए चाहे कितनी ही ग़लत फहमियां रिश्तों में,
फिर भी रिश्तों को जो कभी टूटने नहीं देता है।
इंसान वही अच्छा लगता है🖋
"रीना कुमारी प्रजापत"