हर सवाल का इक,
जवाब हैं मेरे पापा !!
प्यार बेहिसाब,
हैं .........मेरे पापा !!
अहसान कभी वो,
जताते नहीं !!
कुछ भी वो,
हमसे छुपाते नहीं !!
हैं प्यारे से इक,
गुलाब मेरे पापा !!
हैं सच्चे वो दिल के,
मन के साफ !!
कर देते हैं हर,
गलती को वो माफ !!
हैं खुली इक,
किताब मेरे पापा !!
----वेदव्यास मिश्र
सर्वाधिकार अधीन है