New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.



The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|

The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

गुज़रते हैं जब भी तेरी गली से

गुज़रते हैं जब भी तेरी गली से
हमारे चेहरे का नूर ही बदल जाता है,

दाखिल होते ही तेरी गली में
महसूस तू होने लगता है।

गुज़रते हैं जब भी तेरी गली से
सांसें थम जाती है,धड़कने बढ़ जाती हैं,

पता नहीं कैसा है ये तेरा और मेरा रिश्ता ? दिल में हलचल बढ़ जाती है।

गुज़रते हैं जब भी तेरी गली से
निगाहें तुझे ढूंढने लगती हैं,

तू खड़ा होगा अपने घर के बाहर
या दिख जायेगा घर के अंदर
ये निगाहें इसी तलाश में रहती हैं।

- रीना कुमारी प्रजापत






समीक्षा छोड़ने के लिए कृपया पहले रजिस्टर या लॉगिन करें

रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (2)

+

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

Aapki Rachnayein Kab Padhne ko Milengi "ये निगाहें इसी तलाश में रहती हैं"...

रीना कुमारी प्रजापत replied

हमारी रचनाएं आपको हमेशा पढ़ने को मिलती रहेंगी..... बहुत बहुत धन्यवाद आपका

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

Bahut Sundar Prasang Mam. Prem k bas do pahlu, EK Ladke Ka Ek Ladki Ka, Aapki Rachna Ko agar Vipreet kar Diya jaye to Jahan Tak Apne Sath Ke friends aur Khud Ke Sath Mahsoos Kiya Hai, Sabne Yahi Feel Kiya Hai, Ya Kahein jyadatar Sab Is Daur Se Nikle Hain aapne prem karne walon ke man ki baat ko sundarta se shabd badhh kiya hai...

रीना कुमारी प्रजापत replied

Thanku so much

कविताएं - शायरी - ग़ज़ल श्रेणी में अन्य रचनाऐं




लिखन्तु डॉट कॉम देगा आपको और आपकी रचनाओं को एक नया मुकाम - आप कविता, ग़ज़ल, शायरी, श्लोक, संस्कृत गीत, वास्तविक कहानियां, काल्पनिक कहानियां, कॉमिक्स, हाइकू कविता इत्यादि को हिंदी, संस्कृत, बांग्ला, उर्दू, इंग्लिश, सिंधी या अन्य किसी भाषा में भी likhantuofficial@gmail.com पर भेज सकते हैं।


लिखते रहिये, पढ़ते रहिये - लिखन्तु डॉट कॉम


© 2017 - 2025 लिखन्तु डॉट कॉम
Designed, Developed, Maintained & Powered By HTTPS://LETSWRITE.IN
Verified by:
Verified by Scam Adviser
   
Support Our Investors ABOUT US Feedback & Business रचना भेजें रजिस्टर लॉगिन