Newसभी पाठकों एवं रचनाकारों से विनम्र निवेदन है कि बागी बानी यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करते हुए
उनके बेबाक एवं शानदार गानों को अवश्य सुनें - आपको पसंद आएं तो लाइक,शेयर एवं कमेंट करें Channel Link यहाँ है

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.



The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

Newसभी पाठकों एवं रचनाकारों से विनम्र निवेदन है कि बागी बानी यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करते हुए
उनके बेबाक एवं शानदार गानों को अवश्य सुनें - आपको पसंद आएं तो लाइक,शेयर एवं कमेंट करें Channel Link यहाँ है

The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

The novel 'Nevla' (The Mongoose), written by Vedvyas Mishra, presents a fierce character—Mangus Mama (Uncle Mongoose)—to highlight that the root cause of crime lies in the lack of willpower to properly uphold moral, judicial, and political systems...The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

                    

तुम्हें कहने के लिए शब्द ही चुने हैं ll

उनके देखने का असर,
इतना सा सफर है,
यहाँ उनको देखने के लिए,
सारा जहां देखना पड़ा


कभी तो इशारों में,
बातें करो तुम,
आँखों ही आँखों से ये क्या करते हो तुम ll


जीने के लिए कभी कोई निमंत्रण मिला क्या,
तुमने मरने पर भीड़ खड़ी कर दी ll

बहुत होता है किसी से मिलना,
उससे हर दिन मिलना, ये जरूरी नहीं ll

उनके दिल में जगह इतनी सी है,
कि उस जगह में दिल नहीं है ll

- Lalit Dadhich....!!




समीक्षा छोड़ने के लिए कृपया पहले रजिस्टर या लॉगिन करें

रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (3)

+

मनोज कुमार सोनवानी "समदिल" said

वाह ललित जी। आपने खूबसूरत शब्द चुना है। उनकी दिल में जगह ही इतनी है कि उस जगह में दिल ही नहीं है।पर हमारे दिल में आपके लिए बहुत बड़ा जगह है। सुंदर रचना।

ललित दाधीच replied

अरे प्रभु आपका दिल समदिल है, और हमारा दिल आपके समक्ष है, अभी तो शब्दों के saath जीवन बिता रहे हैं, फिर देखते हैं ll आपका आभार ll

Shiv Charan Dass said

वाह. ...आपका लालित्य वाकई झलकत्ता है

ललित दाधीच replied

नहीं महोदय, अभी तो सिर्फ शब्दों को मिलाना सीख रहे हैं, पर आपके आगमन पर, बहुत आभार, आशीर्वाद बनाये रखे ll

वन्दना सूद said

बहुत होता है किसी से मिलना, उससे हर दिन मिलना, ये जरूरी नहीं ll👏👏👌👌बहुत खूब

ललित दाधीच replied

आपकी उपस्थिति हमारी हर रचना में होना, हमें बहुत उत्साहित करता है ll बहुत आभार

कविताएं - शायरी - ग़ज़ल श्रेणी में अन्य रचनाऐं




लिखन्तु डॉट कॉम देगा आपको और आपकी रचनाओं को एक नया मुकाम - आप कविता, ग़ज़ल, शायरी, श्लोक, संस्कृत गीत, वास्तविक कहानियां, काल्पनिक कहानियां, कॉमिक्स, हाइकू कविता इत्यादि को हिंदी, संस्कृत, बांग्ला, उर्दू, इंग्लिश, सिंधी या अन्य किसी भाषा में भी likhantuofficial@gmail.com पर भेज सकते हैं।


लिखते रहिये, पढ़ते रहिये - लिखन्तु डॉट कॉम


© 2017 - 2025 लिखन्तु डॉट कॉम
Designed, Developed, Maintained & Powered By HTTPS://LETSWRITE.IN
Verified by:
Verified by Scam Adviser
   
Support Our Investors ABOUT US Feedback & Business रचना भेजें रजिस्टर लॉगिन