यूँ तो हैं गोरा गोरा सा लड़का
बार बार पलकें झपकना उसका अच्छा लगता है,
बातों में जैसे सुकून हो उसके,
बोले जब तो नींद भी खूबसूरत आता है,
मुस्कुराता ऐसे हैं जैसे कोई नूर हो उसमें,
उसका चलना फिरना भी इश्क़ की भूख सा लगता है,
वो लाज़वाब, वो है लाज़वाब
वो किसी और को न देख बार बार मुझे देखता है....।।
✍️ सुप्रिया साहू