त्योहार के मौके पर घर खुशबू से भर गया।
लगता है जैसे वो खुशमिज़ाजी से भर गया।।
एक याद में त्योहार मनाने का चलन कायम।
रोशनी के त्योहार में दिल खुशी से भर गया।।
आज तक याद ताजा जैसे उसकी याद में है।
उन्ही 'उपदेश' से डालिया पत्तियो से भर गया।।
- उपदेश कुमार शाक्यावार 'उपदेश'
गाजियाबाद