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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

गजमुख-श्री गणेश

भगवान गणेश गजमुख, गजानन के नाम से जाने जाते हैं, क्योंकि उनका मुख गज यानी हाथी का है। भगवान गणेश का यह स्वरूप विलक्षण और बड़ा ही मंगलकारी है
श्री गणेश के जन्म के सम्बन्ध में दो पौराणिक मान्यता है। प्रथम मान्यता के अनुसार जब माता पार्वती ने श्रीगणेश को जन्म दिया, तब इन्द्र, चन्द्र सहित सारे देवी-देवता उनके दर्शन की इच्छा से उपस्थित हुए। इसी दौरान शनिदेव भी वहां आए, जो श्रापित थे कि उनकी क्रूर दृष्टि जहां भी पड़ेगी, वहां हानि होगी। इसलिए जैसे ही शनि देव की दृष्टि गणेश पर पड़ी और दृष्टिपात होते ही श्रीगणेश का मस्तक अलग होकर चन्द्रमण्डल में चला गया।
इसी तरह दूसरे प्रसंग के मुताबिक माता पार्वती ने अपने तन के मैल से श्रीगणेश का स्वरूप तैयार किया और स्नान होने तक गणेश को द्वार पर पहरा देकर किसी को भी अंदर प्रवेश से रोकने का आदेश दिया। इसी दौरान वहां आए भगवान शंकर को जब श्रीगणेश ने अंदर जाने से रोका, तो अनजाने में भगवान शंकर ने श्रीगणेश का मस्तक काट दिया, जो चन्द्र लोक में चला गया। बाद में भगवान शंकर ने रुष्ट पार्वती को मनाने के लिए कटे मस्तक के स्थान पर गजमुख या हाथी का मस्तक जोड़ा।
ऐसी मान्यता है कि श्रीगणेश का असल मस्तक चन्द्रमण्डल में है, इसी आस्था से भी धर्म परंपराओं में संकट चतुर्थी तिथि पर चन्द्रदर्शन व अर्घ्य देकर श्रीगणेश की उपासना व भक्ति द्वारा संकटनाश व मंगल कामना की जाती है।
✍️#अर्पिता पांडेय




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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (4)

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Sanjay Srivastva said

उत्कृष्ट जानकारी, जय गणपति देवा 🙏

Arpita pandey replied

बहुत बहुत आभार आपका आदरणीय 🙏

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

बहुत सुन्दर और नायाब जानकारी साझा की Mam, आपने इसके लिए बहुत बहुत आभार जय श्री गणेश - प्रणाम वंदन!!

Arpita pandey replied

Dhanyawad sir ji sadar Naman apko

Lekhram Yadav said

सुप्रभात एवं इतनी ज्ञानवर्धक जानकारी देने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद अर्पिता जी।

Arpita pandey replied

बहुत बहुत आभार आपका आदरणीय 🙏 सादर नमन

कमलकांत घिरी said

इस अद्भुत और ज्ञानवर्धक जानकारी के लिए आपका बहुत बहुत शुक्रिया मैम, बहुत ही अच्छे ढंग से ये रचना लिखी आपने।।प्रणाम।🙏🙏

Arpita pandey replied

बहुत बहुत आभार आपका आदरणीय 🙏 सादर नमन

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