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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

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The novel 'Nevla' (The Mongoose), written by Vedvyas Mishra, presents a fierce character—Mangus Mama (Uncle Mongoose)—to highlight that the root cause of crime lies in the lack of willpower to properly uphold moral, judicial, and political systems...The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

                    

एक भीड़ जो कभी अपनी थी

एक भीड़ जो कभी अपनी थी
चले थे हम साथ कभी एक भीड़ जुटाए
साथ खेलते,साथ खाते और साथ ही रहते,
हर सुख दुख को एकजुट होकर निभाते।

दर्द में आँसू पोंछने को भीड़ उमड़ आती,
ख़ुशियों के पल सबके संग ही मुस्कुराते।

फिर एक वक्त आया
समय सबको अपनी अपनी ओर ले गया,
और आज वही भीड़
अपनों के होते हुए भी,
बिखरी बिखरी सी नज़र आने लगी..
वन्दना सूद


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सर्वाधिकार अधीन है


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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (7)

+

शिवचरण दास said

वाह वाह. ..अपने अब भीड़ बन गए हैं. .

वन्दना सूद replied

आज की कड़वी सच्चाई

आलम-ए-ग़ज़ल - परवेज़ अहमद said

दर्द में ऑंसू पोछने को भीड़ उमड़ आती,
ख़ुशियों के पल सबके संग ही सब मुस्कुराते!
वाह! बेशक यही था पहले दौर! वो गोल्डेन पीरीएड! बहुत ख़ूब! 👌👌👏👏

वन्दना सूद replied

जी बिल्कुल sir गोल्डन पीरियड ही था वो

इक़बाल सिंह “राशा“ said

वन्दना जी
भीड़ के बहाने समय और रिश्तों के बिखराव को इतनी सरलता से कहना बहुत प्रभावशाली है।बहुत खूब

वन्दना सूद replied

शुक्रिया sir 🙏🙏😊

Lekhram Yadav said

सच कहा आपने अपनों के होते हुए भी अपनों की वो भीङ बिखरी बिखरी सी नजर आने लगी है, हमने भी एक अलग अन्दाज में यही कहा है अपनी नई गजल में, जरा गौर फरमाइएगा, बहुत ही दिलकश और लाजवाब गजल, आपको सादर नमस्कार।

वन्दना सूद replied

जी बिल्कुल sir 🙏🙏

श्रेयसी said

बहुत सुंदर और हमेशा की तरह सच्ची रचना 🙏🙏

वन्दना सूद replied

🙏🙏

उपदेश कुमार शाक्यावार said

वाह बहुत सुंदर 🙏🙏

वन्दना सूद replied

🙏🙏

मनोज कुमार सोनवानी "समदिल" said

सच्ची बात 👌 एक भीड़ जो कभी हमारी जिंदगी का अहम् हिस्सा हुआ करती थी,आज गायब है। भागदौड़ भरी प्रतिस्पर्धा के युग में वो बातें हमसे छीन गयी है।🙏🙏🙏🌹

वन्दना सूद replied

बहुत सही कहा आपने वो भीड़ छिन गई है आज

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