New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.



The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|

The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

दुआओं से भरा एक कलश

दुआओं से भरा एक कलश
वक्त बदला
अंदाज़ बदले
बदले रिश्तों के एहसास
जो नहीं बदला वो है बच्चे का”माँ”से रिश्ता
ऐसा रिश्ता
ज़िन्हें न कुछ समझाना पड़ता है
जिनसे न कुछ माँगना पड़ता है
माँ ,
जो आँखों को पढ़कर बात समझ लेती हैं
शब्दों को सुनकर दिल का सब हाल जान लेती हैं
बर्ताव देखकर ज़िन्दगी के उतार-चढ़ाव परख लेती हैं
सोचते हैं लोग सिर्फ़ नौ महीने ही अपने अन्दर रखकर बच्चे को सींचती है माँ
पर हमारी ज़िन्दगी की पूरी किताब की मुख्य किरदार है हमारी माँ
जिनके बिना हमारी ज़िन्दगी का न आदि है न ही अन्त है
दुआओं से भरा एक कलश है माँ
जो अमृत बन हमारी राहों के काँटे फूलों में बदल देती है ..
वन्दना सूद




समीक्षा छोड़ने के लिए कृपया पहले रजिस्टर या लॉगिन करें

रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (6)

+

Vadigi.aruna said

खुबसूरत अभिव्यक्ति👌👌

वन्दना सूद replied

जहाँ माँ शब्द आ जाता है अभियक्ति अपने आप खूबसूरत हो जाती है 😊🙏

श्रेयसी said

वाह बहुत ख़ूब लाजवाब रचना 🙏🙏

वन्दना सूद replied

🙏🙏😊

वन्दना सूद replied

Happy Mother’s Day ❤️

Lekhram Yadav said

बहुत खूबसूरत रचना, आपको सादर नमस्कार।

वन्दना सूद replied

🙏🙏😊

मनोज कुमार सोनवानी "समदिल" said

वाह, मां के लिए समर्पित सुंदर, भावुक, कविता।एक मां ही है जो बिना बताए, बिना दिखाए हमारी सारी बातें पढ़ लेती है,मां तो सचमुच ईश्वर का प्रतिरूप होती है।

वन्दना सूद replied

बिल्कुल सही कहा sir आपने 🙏🙏😊

Supriya sahu said

जी बिल्कुल सही कहा आपने मैम, “माँ दुआओं से भरा एक कलश है”👌👌, आपको सादर प्रणाम 🙏🙏।

वन्दना सूद replied

🙏🙏😊

रीना कुमारी प्रजापत said

Bahut sundar bhav ...

वन्दना सूद replied

शुक्रिया जी 🙏🙏😊

कविताएं - शायरी - ग़ज़ल श्रेणी में अन्य रचनाऐं




लिखन्तु डॉट कॉम देगा आपको और आपकी रचनाओं को एक नया मुकाम - आप कविता, ग़ज़ल, शायरी, श्लोक, संस्कृत गीत, वास्तविक कहानियां, काल्पनिक कहानियां, कॉमिक्स, हाइकू कविता इत्यादि को हिंदी, संस्कृत, बांग्ला, उर्दू, इंग्लिश, सिंधी या अन्य किसी भाषा में भी likhantuofficial@gmail.com पर भेज सकते हैं।


लिखते रहिये, पढ़ते रहिये - लिखन्तु डॉट कॉम


लिखन्तु - ऑफिसियल

यह जीवन क्या है? - Vijay Laxmi

Jun 12, 2024 | कविताएं - शायरी - ग़ज़ल | लिखन्तु - ऑफिसियल  | 👁 838,604
© 2017 - 2025 लिखन्तु डॉट कॉम
Designed, Developed, Maintained & Powered By HTTPS://LETSWRITE.IN
Verified by:
Verified by Scam Adviser
   
Support Our Investors ABOUT US Feedback & Business रचना भेजें रजिस्टर लॉगिन