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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

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The novel 'Nevla' (The Mongoose), written by Vedvyas Mishra, presents a fierce character—Mangus Mama (Uncle Mongoose)—to highlight that the root cause of crime lies in the lack of willpower to properly uphold moral, judicial, and political systems...The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

                    

दिल तो है मगर ..

दिल तो है मगर दिलवाला नहीं है,

चाहत से कोई बुलाने वाला नहीं है l

मोहब्बत के सबक जो असल में पढ़ाए
ऐसी बनी कहीं कोई पाठशाला नहीं है l

हारा थका है और पांव बोझिल बहुत है,
ये रस्ता कभी खत्म होने वाला नहीं है l

परखेगा कैसे उसके दिल को, जुबां को
जहां में कोई ऐसी प्रयोगशाला नहीं है l

मौसम बदलने के जो ग़र मुन्तजिर हो
चलो, ऐसा वैसा कहीं होनेवाला नहीं है l

हैं आंखों में आंसू, दिलों में है दहशत,
हालात पर कोई कहने वाला नहीं है l

जो बगिया खिलाए, महकाये, सजाये
बागवां अब ऐसा मिलने वाला नहीं है l

दामन सितारों से भर दूँगा एक दिन
है किस्सा पुराना, होने वाला नहीं है l

जुल्मों को सहने की आदत है सब को,
कहते,कहीं से मदद होने वाला नहीं है l

जो सपने दिखा कर करे मीठी बातें,
ऐसी बातों में अब आनेवाला नहीं है l

रिश्ता मोहब्बत का अपना तुम्हारा,
टूटा बहुत है अब जुड़ने वाला नहीं है l

सब की तरह जो पढ़कर आए किताबें,
रखेंगी बेचैन, सकूं मिलने वाला नहीं है l

खोकर है पाना और पा कर है खोना,
फलसफा समझ में आनेवाला नहीं है l




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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (3)

+

Lekhram Yadav said

हमने भी देखा है कोई कमेंट करने वाला नहीं है मेरे अलावा कोई गजल पढ़ने विला नहीं है। बहुत सुंदर गजल पेश की है आपने।

विजय प्रकाश श्रीवास्तव replied

धन्यवाद आप का. 🙏

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

बहुत सुन्दर और प्यारी ग़ज़ल आनंद आगया महोदय

विजय प्रकाश श्रीवास्तव replied

धन्यवाद बंधु

डॉ कृतिका सिंह said

Ek sundar Ghazal

विजय प्रकाश श्रीवास्तव replied

धन्यवाद.🙏

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