दिल तो है मगर दिलवाला नहीं है,
चाहत से कोई बुलाने वाला नहीं है l
मोहब्बत के सबक जो असल में पढ़ाए
ऐसी बनी कहीं कोई पाठशाला नहीं है l
हारा थका है और पांव बोझिल बहुत है,
ये रस्ता कभी खत्म होने वाला नहीं है l
परखेगा कैसे उसके दिल को, जुबां को
जहां में कोई ऐसी प्रयोगशाला नहीं है l
मौसम बदलने के जो ग़र मुन्तजिर हो
चलो, ऐसा वैसा कहीं होनेवाला नहीं है l
हैं आंखों में आंसू, दिलों में है दहशत,
हालात पर कोई कहने वाला नहीं है l
जो बगिया खिलाए, महकाये, सजाये
बागवां अब ऐसा मिलने वाला नहीं है l
दामन सितारों से भर दूँगा एक दिन
है किस्सा पुराना, होने वाला नहीं है l
जुल्मों को सहने की आदत है सब को,
कहते,कहीं से मदद होने वाला नहीं है l
जो सपने दिखा कर करे मीठी बातें,
ऐसी बातों में अब आनेवाला नहीं है l
रिश्ता मोहब्बत का अपना तुम्हारा,
टूटा बहुत है अब जुड़ने वाला नहीं है l
सब की तरह जो पढ़कर आए किताबें,
रखेंगी बेचैन, सकूं मिलने वाला नहीं है l
खोकर है पाना और पा कर है खोना,
फलसफा समझ में आनेवाला नहीं है l