New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.



The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|

The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

आओ खेलें वोट वोट हम

कापीराइट गीत

आओ खेलें वोट-वोट हम, सत्ता के गलियारों में
हम खूब करेंगे मनमानी, इन सत्ता के अंधियारों में

खेलेंगे उन के दिल से जिसने वोट दिए हम को
भर देंगे झोली उनकी जिसने ये नोट दिए हमको
हम खूब कराएंगे दौलत इन सत्ता के बाजारों में
आओ खेलें -------------------------

डंके की चोट पे करते आए जनता से झूठे वादे
सबको यह मालूम है कि हम करते हैं झूठे वादे
हम खूब चलाते हैं कैंची जनता के अधिकारों में
आओ खेलें --------------------------

युद्ध प्यार राजनीति में जायज होती हैं बात सभी
कुर्सी पाने की राहों में जायज होती है बात सभी
हम सत्ता चाबी लेकर, अब खेलेंगे सरकारों में
आओ खेलें - -----------------------

गर हार गए तो कैसे पूरे होंगे अरमान सभी
ऐशो आराम की खातिर ये खोजे हैं सामान सभी
यादव तोड़ेंगे खूब भरोसा ये सत्ता की तलवारों में
आओ खेलें -------------------------

- लेखराम यादव
( मौलिक रचना )


यह रचना, रचनाकार के
सर्वाधिकार अधीन है


समीक्षा छोड़ने के लिए कृपया पहले रजिस्टर या लॉगिन करें

रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (4)

+

रीना कुमारी प्रजापत said

सत्ता की कड़वी हक़ीक़त बहुत ही अच्छे से प्रस्तुत किया आपने,🙏🙏प्रणाम सुप्रभात

Lekhram Yadav replied

धन्यवाद सहित नमस्कार मेरी प्यारी बहना।

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

Sachhayi se bhari huyi kadwi hakikat jesa Reena Mam ne kaha bahut sundar dhang se prastuti kiya Sir ji aapne Pranaam sweekar karein, 🙏🙏

Lekhram Yadav replied

स्वास्थ्य लाभ करने के बाद वेबसाइट पर वापसी के लिए आपका स्वागत है सर, हम आपको बहुत मिस कर रहे थे,पर कुछ कह नहीं पाई रहे थे। आज आपकी खूबसूरत प्रतिक्रिया देखकर बहुत खुशी हुई। आप स्वस्थ रहें ऐसी ईश्वर से प्रार्थना करता हू और आपको धन्यवाद सहित सादर प्रणाम करता हूं।

श्रेयसी said

Esho aaraam ki khaatir ye khoje hain samaan sabhi ...kya baat hai bilkul sachhi baat .kaash ye aawaaj sun len wo log.👌👌🙏🙏

Lekhram Yadav replied

आदरणीय श्रेयसी जी इतनी प्यारी प्रतिक्रिया के लिए आपको हार्दिक एवं सादर प्रणाम।

वन्दना सूद said

बहुत सही sir👏👏🙌🏻🙌🏻आपके लेखन की मैं तो फैन हूँ

Lekhram Yadav replied

आदरणीय वन्दना जी आपको धन्यवाद सहित सादर प्रणाम।

कविताएं - शायरी - ग़ज़ल श्रेणी में अन्य रचनाऐं




लिखन्तु डॉट कॉम देगा आपको और आपकी रचनाओं को एक नया मुकाम - आप कविता, ग़ज़ल, शायरी, श्लोक, संस्कृत गीत, वास्तविक कहानियां, काल्पनिक कहानियां, कॉमिक्स, हाइकू कविता इत्यादि को हिंदी, संस्कृत, बांग्ला, उर्दू, इंग्लिश, सिंधी या अन्य किसी भाषा में भी likhantuofficial@gmail.com पर भेज सकते हैं।


लिखते रहिये, पढ़ते रहिये - लिखन्तु डॉट कॉम


© 2017 - 2025 लिखन्तु डॉट कॉम
Designed, Developed, Maintained & Powered By HTTPS://LETSWRITE.IN
Verified by:
Verified by Scam Adviser
   
Support Our Investors ABOUT US Feedback & Business रचना भेजें रजिस्टर लॉगिन