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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

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कविता की खुँटी

                    

दिल में जलाए रखना

कापीराइट गजल

अपने ख्वाबों को यूं ही दिल में सजाए रखना
दीप आशा के यूं ही तुम दिल में जलाए रखना

चलते ही रहना तुम तपती धूल भरी राहों में
हर आग जज्बात की दिल में तुम जलाए रखना

अगर मिले खुशी तुझको तो जश्न मनाना इसका
गमों की आग से खुद को तुम बचाए रखना

अपने हुनर से सब को तुम करते रहना रौशन
यूं हर शख्स को इस दिल में तुम बसाए रखना

किसी भी बात पर किसी का दिल दुखाना नहीं
मिठास बातों में अपनी यूं ही तुम बनाए रखना


डरके हारना नहीं इन मुश्किलों से कभी तुम
तुम जीत कर भी हार को यूं गले लगाए रखना

शाम ढ़ल जाए अगर तो तुम रूक जाना वहीं
दिल में ख्वाबों की महफिल तुम सजाए रखना

अपनी बातों पर यूं ही तुम डटे रहना यादव
यूं हर दिल में मोहब्बत को तुम बनाए रखना

- लेखराम यादव
(मौलिक रचना )


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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (3)

+

रीना कुमारी प्रजापत said

वाह! क्या बात है? वारी जाऊं भय्या मैं तो आपकी इस ग़ज़ल पे, ग़ज़ल का हर एक लफ्ज़ दिल में छप गया,तालियां बहुत ही ज़्यादा खूबसूरत

Lekhram Yadav replied

सुप्रभात मेरी प्यारी बहना, इतनी सुन्दर प्रतिक्रिया के लिए आपको दण्डवत प्रणाम आशा है भविष्य में भी आप मुझ पर अपनी प्रतिक्रियाओं के फूल इसी तरह से बरसाती रहेंगी। आपको बहुत-बहुत धन्यवाद।

ताज मोहम्मद said

वाह वाह कितनी तारीफ करूं कम होगी। कहने को अल्फाज़ नहीं है बहुत ही शानदार ग़ज़ल।

Lekhram Yadav replied

आदाब अरज ताज भाई। आपने इतना कहकर भी मुझे सातवें आसमान पर पहुंचा दिया ताज भाई। आपका बहुत-बहुत आभार और मेरा हार्दिक सलाम कुबूल कीजिए।

कमलकांत घिरी said

वाह सर जी बेहतरीन, लाजवाब ,क्या ही कहने सर जी👌👏👏👏🙏प्रणाम🙏

Lekhram Yadav replied

धन्यवाद सहित सुप्रभात कमलकांत घिरी भाई, आपको मेरा हार्दिक प्रणाम।

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