New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.



The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|

The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

दिल में जलाए रखना

कापीराइट गजल

अपने ख्वाबों को यूं ही दिल में सजाए रखना
दीप आशा के यूं ही तुम दिल में जलाए रखना

चलते ही रहना तुम तपती धूल भरी राहों में
हर आग जज्बात की दिल में तुम जलाए रखना

अगर मिले खुशी तुझको तो जश्न मनाना इसका
गमों की आग से खुद को तुम बचाए रखना

अपने हुनर से सब को तुम करते रहना रौशन
यूं हर शख्स को इस दिल में तुम बसाए रखना

किसी भी बात पर किसी का दिल दुखाना नहीं
मिठास बातों में अपनी यूं ही तुम बनाए रखना


डरके हारना नहीं इन मुश्किलों से कभी तुम
तुम जीत कर भी हार को यूं गले लगाए रखना

शाम ढ़ल जाए अगर तो तुम रूक जाना वहीं
दिल में ख्वाबों की महफिल तुम सजाए रखना

अपनी बातों पर यूं ही तुम डटे रहना यादव
यूं हर दिल में मोहब्बत को तुम बनाए रखना

- लेखराम यादव
(मौलिक रचना )


यह रचना, रचनाकार के
सर्वाधिकार अधीन है


समीक्षा छोड़ने के लिए कृपया पहले रजिस्टर या लॉगिन करें

रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (3)

+

रीना कुमारी प्रजापत said

वाह! क्या बात है? वारी जाऊं भय्या मैं तो आपकी इस ग़ज़ल पे, ग़ज़ल का हर एक लफ्ज़ दिल में छप गया,तालियां बहुत ही ज़्यादा खूबसूरत

Lekhram Yadav replied

सुप्रभात मेरी प्यारी बहना, इतनी सुन्दर प्रतिक्रिया के लिए आपको दण्डवत प्रणाम आशा है भविष्य में भी आप मुझ पर अपनी प्रतिक्रियाओं के फूल इसी तरह से बरसाती रहेंगी। आपको बहुत-बहुत धन्यवाद।

ताज मोहम्मद said

वाह वाह कितनी तारीफ करूं कम होगी। कहने को अल्फाज़ नहीं है बहुत ही शानदार ग़ज़ल।

Lekhram Yadav replied

आदाब अरज ताज भाई। आपने इतना कहकर भी मुझे सातवें आसमान पर पहुंचा दिया ताज भाई। आपका बहुत-बहुत आभार और मेरा हार्दिक सलाम कुबूल कीजिए।

कमलकांत घिरी said

वाह सर जी बेहतरीन, लाजवाब ,क्या ही कहने सर जी👌👏👏👏🙏प्रणाम🙏

Lekhram Yadav replied

धन्यवाद सहित सुप्रभात कमलकांत घिरी भाई, आपको मेरा हार्दिक प्रणाम।

कविताएं - शायरी - ग़ज़ल श्रेणी में अन्य रचनाऐं




लिखन्तु डॉट कॉम देगा आपको और आपकी रचनाओं को एक नया मुकाम - आप कविता, ग़ज़ल, शायरी, श्लोक, संस्कृत गीत, वास्तविक कहानियां, काल्पनिक कहानियां, कॉमिक्स, हाइकू कविता इत्यादि को हिंदी, संस्कृत, बांग्ला, उर्दू, इंग्लिश, सिंधी या अन्य किसी भाषा में भी likhantuofficial@gmail.com पर भेज सकते हैं।


लिखते रहिये, पढ़ते रहिये - लिखन्तु डॉट कॉम


© 2017 - 2025 लिखन्तु डॉट कॉम
Designed, Developed, Maintained & Powered By HTTPS://LETSWRITE.IN
Verified by:
Verified by Scam Adviser
   
Support Our Investors ABOUT US Feedback & Business रचना भेजें रजिस्टर लॉगिन