आज दीपावली है दिल बडा रखना।
दुश्मन भी मिलने आए जगह रखना।।
खून के रिश्तो में जहर गैर का होता।
गैर रिश्तेदार बन गया बचाकर रखना।।
अजीज शख्स है सौ खून माफ उसके।
वही हाथ छोडा पैर सम्भालकर रखना।।
गुरूर चाहकर भी टिका नही 'उपदेश'।
जो कुछ टिका उसे सम्हाल कर रखना।।
- उपदेश कुमार शाक्यावार 'उपदेश'
गाजियाबाद