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Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

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The novel 'Nevla' (The Mongoose), written by Vedvyas Mishra, presents a fierce character—Mangus Mama (Uncle Mongoose)—to highlight that the root cause of crime lies in the lack of willpower to properly uphold moral, judicial, and political systems...The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

                    

दरख़्त

मैं वो दरख़्त, जिसकी पनाह में सब पलने लगे,
मैं सूखने क्या लगा, साथ छोड़ सब चलने लगे।

हरा-भरा था तो थी चहलपहल हर एक डाल पर,
कल तक जो साथी थे आज वो सब छलने लगे।

जब था सायेदार, तो थे चारों ओर लोग ही लोग,
आज है मुझे उनकी जरूरत पर सब भूलने लगे।

यही दस्तूर दुनिया का, उरूज में होते सब साथ,
वक़्त क्या बदला, मेरे यार भी सब बदलने लगे।

ये वक़्त भी बदल जाएगा, दुःख से सुख आएगा,
यही सोच कर जमा रहा, नये पत्ते निकलने लगे।
🖊️सुभाष कुमार यादव




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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (6)

+

शिवचरण दास said

दरखत सूखता भी है पर फिर से नये पत्ते निकलते हैं
सौ बार टूटके भी सुभाष यादव यहां इंसा संम्भलते हैं

सुभाष कुमार यादव replied

धन्यवाद दास सर।🙏🙏

आलम-ए-ग़ज़ल - परवेज़ अहमद said

वाह! बहुत ही शानदार और बेहतरीन रचना! लाजवाब कलाम! 👌👌👏👏

सुभाष कुमार यादव replied

शुक्रिया परवेज़ सर।🙏🙏

उपदेश कुमार शाक्यावार said

लाजवाब..नये पत्ते निकलने लगे। आपको नमस्कार

सुभाष कुमार यादव replied

धन्यवाद सहित सादर नमस्कार उपदेश सर।🙏🙏

मनोज कुमार सोनवानी "समदिल" said

वाह! सुभाष जी,एक वृक्ष के माध्यम से, अपने आसपास संबंधित लोगों के बदलते रंग को, स्वार्थपरता को सटीकता से उकेरा है आपने। क्या बात है 👌🙏🌹

सुभाष कुमार यादव replied

धन्यवाद समदिल सर।🙏🙏

श्रेयसी said

सच कहा यही दस्तूर दुनिया का..... हक़ीक़त बयांँ करती रचना लाज़वाब लाज़वाब सुभाष जी 🙏🙏

सुभाष कुमार यादव replied

धन्यवाद श्रेयसी जी।🙏🙏🙏

सरिता पाठक said

वक़्त का स्वभाव ही बदलते रहना है कभी अच्छा कभी बुरा आता जाता रहता है एक वृक्ष के माध्यम से से आपने आज के समय मे इस रंग बदलती दुनिया और बदलते इंसानों के का, अपनी रचना मे चित्रण बहुत सुन्दर किया है, शानदार 👌👌सादर नमस्कार 🙏🙏👏👏

सुभाष कुमार यादव replied

धन्यवाद सहित सादर नमस्कार सरिता जी।🙏🙏🙏

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