डायरी के मुस्कुराते पन्ने- डॉ एच सी विपिन कुमार जैन “विख्यात”
ज़िंदगी के रंगों से भरा,
एक पन्ना मेरा।
ख्वाबों का बगीचा,
जहां खिलते हैं फूल मेरे।
हर पल की कहानी,
हर भाव का दर्पण।
डायरी के पन्ने हैं,
मेरे मन का मंदिर।
खुशियों के गीत गाता,
गमों को सहलाता।
हर पल नया अनुभव,
जीवन को सजाता।
कभी हंसी की गूंज,
कभी आंसुओं की धारा।
डायरी में समाया,
हर एक पल हमारा।
दोस्तों के साथ की मस्ती,
प्यार की मिठास।
सपनों की उड़ान,
जीवन का आकाश।
हर पल को संजोया,
यादों का खजाना,
डायरी के पन्ने हैं।
मेरे जीवन का गहना,
कभी-कभी तो लगता है।
ये पन्ने बोल उठेंगे,
मेरी भावनाओं को।
दुनिया के सामने रखेंगे,
एक खुला किताब।
जहां सब कुछ लिखा है,
मेरा जीवन, मेरी कहानी,
सब कुछ यहां पाया है।