साँस के साथ रूह का कुछ कहना।
सितारों के बीच तेरी तस्वीर का होना।।
चाँदनी रात में तेरा नूर बहकने लगता।
चमन की बेहतरी में तकदीर का होना।।
मौसम की नमी मे शरारत की झलक।
चेहरे पर शबनम की तासीर का होना।।
याद दिलाता है मुझे वही पुराने किस्से।
तुझे पाने का हर लम्हा गुरूर का होना।।
नींद आँखों से कोसों दूर आसमान मे।
चाँद का जलना 'उपदेश' दूर का होना।।
- उपदेश कुमार शाक्यावार 'उपदेश'
गाजियाबाद