साथ छूटे भी तो दिलसे भुलाया नहीं करते
साख पर बैठे परिंदो को उड़ाया नहीं करते
जिसकी आवाज में बेदर्दी आंखो में जलन
ऐसी तस्वीर को फिर से सजाया नहीं करते
युतो जिंदगी में अभी बाकि हे थोड़ा मीठापन
जो मानते ही नहीं सर को जुकाया नहीं करते
जीवन की धारा से जो निकलता हे उसे जानेदो
ऐसी कश्तीयो को फिरसे सवारा नहीं करते
के बी सोपारीवाला