सरकारी मेले में,
आम बिके पिलपिले ।
देख देख कर लोग,
हो रहे लाल पीले।
स्वच्छता अभियान के तहत,
खाते की सफाई की गई।
आई थी जो जांच,
धुलाई हुई निरमा साबुन से।
मुखिया ने कमाल कर दिया,
मिलकर भ्रष्टाचारियों से।
एक कार का ,
जुगाड़ कर लिया।
उठ रहा धुंआ,
परिवार का भी।
नमो निशां,
ढूंढ रहा अब।
नोंच रहा बालों को,
बद्दुआ लग गई।
राख कर गयी।