मुझे पैदा कर मां ने एक इबादत लिखी है
वो जब मुझे गोदी में लिटा प्यार करती है
तब-तब मै खुदा से कहा करता हूं
तू तो बहुत दूर है मुझसे
पर तेरे रुप में मुझे मां मिली है ।
मुझे पैदा कर मां ने एक इबादत लिखी है ।
वो जब मुझे अपने हाथों से निवाला खिलाती है
तब तब मै उसका हाथ अपने हाथों में लेके कहता हूं
तू दूर से ही देख मेरे खुदा
मेरी मां मुझे तुझसे ज्यादा प्यार करती है ।
---अर्चना सक्सेना