हिंदी मेरी दोस्त मेरी सहेली है
है यह बहुत हीं सीधी साधी
ना हीं कोई पहेली है।
यह अक्षर बोधों की सहेली है
बस गई है मेरे दिलों दिमाग में
ये हर पल सजी संवारी
लगती नई नवेली है
हिंदी मेरी सहेली है...
हिंदी सिर्फ़ हिंदी दिवस को हीं
नहीं अपितु पल पल आती जाती
रहे,
आख़िर अपनी बेस्ट सहेली से कोई कैसे
दूर रहे।
हिन्दी सिर्फ़ साहित्य सम्मेलनों तक हीं
नहीं बल्कि हर मंच जन जन तक
गुलज़ार रहे
हिंदी सदा मेरा प्यार रहे
हिंदी सदा चमकती धारा प्रवाह रहे
हिंदी सर्वश्रेष सर्वत्र रहे
दीर्घायु दीर्घकाल रहे
हिंदी रहे हिंदुस्तान रहे
हिन्दी जन जन में रहे
हिंदी सदा दिल में रहे
हिंदी सदा मेरे संग रहे
हिंदी सदा मेरा यार रहे
हिंदी सदा मेरा प्यार रहे...