भारत निर्माण
बिगुल बज उठा है
देश में नव क्रान्ति का
बच्चा- बच्चा जाग उठा है
उखाड़ने वृक्ष भ्रष्टाचार का
रोपना है बीज अब
भारत के नव विकास का
जिसमें फल लगेगा मात्र
जनकल्याण का बरसेंगे
फूल समता और समभाव के
अब ना पनपेगा सुर जाति-पाति
भेदभाव का
सबको होगा अधिकार
एक से विकास का
पट जाएगी खाई
अमीर और गरीब की
नांद गुंजित हो चुका है
जनशक्ति संचार का
ना रहेगा शासन भ्रष्टाचार का
अब तो पूरित होगा स्वप्न
अखंड भारत निर्माण का
#अर्पिता पांडेय