ज्यों ही ज़िन्दगी के दामन से कुछ लम्हे यादों से बाहर आए
ख़ूबसूरत थे फिर भी दिल में एक मीठा सा दर्द दे गए
बीते हुए हैं यह कह कर आँखों में नमी भर गए
हकीकत यही है कि फिर से उन्हें जी नहीं सकते
इसलिए यादों से बाहर निकाल गए ..
वन्दना सूद
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