बाल कविता : पढ़ाई....
देखोगे तो
लिखोगे
लिखोगे तो
पढ़ोगे
शिखर में भी
चढ़ोगे
अगर नहीं
पढ़ोगे
आगे को नहीं
बढ़ोगे
बहुत ही
सड़ोगे
पत्थर ईटा
ढोओगे
ये देख बाद में
फिर रोओगे
ये देख बाद में
फिर रोओगे.......