ऐ जिदंगी तू मनमानी मत कर ,
जो दिल में आए वो मत कर।😠😠
कभी खुशी 😊 तो कभी दुखी मत कर 😓
तू देख ज़रा इन पक्षियों की जिंदगी,
रहते जमीन पर किंतु उड़ते आसमान पर।😊😊
इन्हें देख कर तेरी उमर बढ़ी,
तू खुद पर आज अभिमान मत कर।🙃
तेरी उमर ज़रूर थोड़ा लंबी है,
किंतु तू सीख
जो तुझमें नहीं वो इनमें हैं।🤔🤔
पूछ ज़रा इन हवाओं से,
ये क्या कहती हैं तेरी अदाओं पर।😎😎
तू तो खुद को संवारे और इन्हें बिगाड़े,😯
लेकिन
ये तो तुझे हीं सवारे
हां कभी नाराज हो जाये,
तो जरूर तुझमें उतारें।🙂
तेरी नादानियों में हंसती है ये प्रक्रति 🙃
क्योंकि जानती है वो,
घूम फिर कर तुझे उसी के पास है जाना।
किंतु तेरी हिम्मत भी इतनी लाजबाव
जिसका तुने हाथ पकड़ा उसी को आंख दिखाएं ।
ऐ जिन्दगी तू मनमानी मत कर
जो दिल में आए वो मत कर ।।
दिव्या द्विवेदी 😊