कहीं किसी गली में
कभी कोई मिला था
उसे अपना मैं लगा हूँ
उसने मुझे कहा था
वो अकेला मैं अकेला
सोचा साथ देते हैं
एकदूसरे का
सब कुछ ठीक था
फिर जैसे कोई तूफान आया
वो अकेला न रहा
उसका पूरा खानदान
जमीं से निकल आया
वो अकेला था पर अब नहीं
मैं अकेला था और अब भी हूँ
गलत है "प्यार" को महत्व देना।
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ASHOK__KUMAR__PACHAURI
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