अम्बेडकर के संग
छुआछूत का व्यवहार हुआ
न उचित स्थान मिला, न ही सम्मान
ओपेनहाइमर को
पूरी तरह किया गया निर्वस्त्र
और लिंग पर पोता गया हरा रंग
फिर
एक कमरे में बंद किया गया
जहाँ वह पूरी रात ठंड से ठिठुरता रहा —
एक ने चुकाई जाति की कीमत
तो दूजे ने अपनी प्रतिभा की।
दोनों महान आत्माओं का बचपन
अपमान से ही आरम्भ हुआ था।
- प्रतीक झा 'ओप्पी' (उत्तर प्रदेश)