"रूबाई"
कौन कहता है हम लाइमलाइट में आने के लिए लिखते हैं!
या सुख़न-वरों से अपनी तारीफ़ पाने के लिए लिखते हैं!!
'परवेज़' हम क्या हैं ये हम बहुत अच्छी तरह से जानते हैं!
हम आलम-ए-ग़ज़ल हैं और हम ज़माने के लिए लिखते हैं!!
- आलम-ए-ग़ज़ल परवेज़ अहमद
© Parvez Ahmad