नयी नवेली, दुल्हन की सी,
सजी हुयी है धरती सारी,
हरियाली चुनरिया,
नीला प्रकाश,
पल पल रंग बदलता आकाश।
-अशोक कुमार पचौरी
(जिला एवं शहर अलीगढ से)
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